बीजेपी का राग कांग्रेसी और एक देसी -
इधर कुछ दिनो से भारतीय राजनीति मे एक नये तरह का गीत सत्ता पक्ष द्वारा गुनगुनाया जा रहा है जिसे राग कांग्रेसी कहा जाता है . राग कॉंग्रेसी मे आवश्यकता और समय की नजाकत के अनुसार केवल उसके बोल मे परिवर्तन किया जाता है .
भारतीय जनता पार्टी इसी राग को गाते हुए सन 2014 मे सत्ता मे आई थी . और आज अपनी हर गलती पर इसी राग का सहारा लेकर जनता का मनोरंजन करती है . जिस भाजपा ने काग्रेस के शासन काल मे तेल के मूल्यो मे वृद्धि का विरोध किया था , जिसने तेल मूल्य का बाजार के अनुसार निर्धारण का भी विरोध किया था वह आज गरीबो का तेल निकालने पर तुली हुई है . अंतराष्ट्रीय बजार मे तेल के दाम लगातार घटने के बावजूद भारत मे खुदरा मूल्यो मे वृद्धि निरंतर जारी है .
सरकार से पूछने पर उसका वही कांग्रेसी राग शुरु हो जाता है की कांग्रेस के समय भी कीमते 80 के पार गई थी . परंतु यह नही बताया जाता की जिस तेल का मूल्य अंतराष्ट्रीय बजार मे आज 75 डॉलर प्रति बैरल के आस - पास है , कांग्रेस के समय 144 पर पहुंच गई थी . एक तरफ जहां आपको राम मंदिर के लिये माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णय का इंतजार है वही उसी उच्चतम न्यायालय ने स्वीकार किया की एससी /एसटी एक्ट मे सवर्णो के खिलाफ अधिकतर मामले फर्जी होते है इस कारण प्राथमिकी दर्ज होते ही उनकी तत्काल गिरफ्तारी ना की जाये लेकिन आपको उच्चतम न्यायालय का न्याय पसंद नही आता है और सवर्णो के खिलाफ उच्चतम न्यायालय के इस निर्णय को नीचा दिखाने के लिये संसद मे बिल पारित करवा दिया .
उच्चतम न्यायालय ने सिर्फ इतना ही कहा था की जांच के बाद ही दोषी पाये जाने पर गिरफ्तारी हो अर्थात पीड़ित को न्याय मिले लेकिन कही किसी के झूठ के चक्कर मे कोई दूसरा प्रताडित ना हो जाये . जिस जीएसटी का आप 12 % पर विरोध कर रहे थे उसे आप 5 ,, 12 , 18 और 28 % की दर से लेते आये . अभी भी व्यापारी जीएसटी को समझने मे अपना माथा खपा रहे है .
आपकी बातो मे पहले 70 साल अब 60 साल देश की दुर्दशा के लिये कांग्रेस जिम्मेदार होती है .और 60 सालो से देश का विकास ठप्प है . और आपने आकर 4 सालो मे देश की अर्थव्यवस्था को नया मुकाम दे दिया है , आप ने ही देश मे डिजिटल क्रांति लाई है , आपने ही रेल से लेकर दिल्ली मेट्रो तक की नीव रखी है .
आप के अनुसार इंदिरा गाँधी बहुत ही लचर प्रशासक थी . परंतु क्या कोई जिम्मेदारी आपके चुनावी घोषणा पत्रो मे किये गये वादो के लिये नही बनती . आप चार साल से सत्ता मे रहने के बाद भी कॉंग्रेस को पानी पी पी कर कोसते है , आप स्थानो जैसे सड़क ,रेलवे स्टेशन इत्यादि के नाम सिर्फ इसलिये बदलते है की कांग्रेस भी ऐसा करती थी . आप ने अटल की अस्थि यात्रा सिर्फ इसलिये निकाली की कांग्रेस भी ऐसा करती थी , वैसे यह काम आपलोगो ने भले ही कांग्रेस की नकल कर के किया हो लेकिन अच्छा ही किया वर्ना जिस अटल जी की सुध आप लोग नही लेते थे कम से कम कांग्रेस के कारण मरणोपरांत ही सही थोड़ी इज्जत तो अटल जी को दी . फिर तो आपके अनुसार कांग्रेस जो करती थी वो सब सही है क्योंकि आप भी तो उसी रास्ते पर चल रहे है . अगर आपने इन चार सालो मे सिर्फ कांग्रेस को कोसना छोड़कर कोई और काम किया है तो वो है सम्पूर्ण विश्व का भ्रमण अभी एक साल और बाकी है , कुछ बचा हो तो उसे भी देख लीजिये , घबडाइए मत इसका रिकार्ड आप ही के नाम रहेगा नाकी कांग्रेस के .
और लौटने के बाद एक नजर क्योटो बनी काशी पर और देश के बाकी स्मार्ट शहरो पर पर भी जरूर डालियेगा . उसके बाद उस गंगा मा से भी जरूर मिलिएगा जो आपको बुलाती रही है और जिसे आपने गंदगी के दामन से मुक्ति का वादा किया था .
देश का किसान भी आपसे अपनी दुगनी आय का तरीका पूछने के लिये कतार मे खड़ा है और साथ मे वे करोड़ो युवा भी आपसे अपने मन की बात करने वाले है जिनको आपने पकौड़ी बेचने के काम पर लगाया था . कतार से बाहर ऐसे लोगो की भी भीड़ है जो देशभक्ति के प्रमाणपत्रो के वितरण का इंतजार कर रहे है . और खाली बैंक खातो , खाली सिलेंडर और खाली पेट के साथ ही इस देश के गरीब भी .
इन्हे भी पढ़े -
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें