ये दिल
बहुत कुछ कहती है निगाहे तेरी
कह दे की तुझे मुझपे ऐतबार नहीं
तेरा मुड़ के यूँ देखना , उसपे इस दिल का धड़कना
कह दे की ये प्यार नहीं
मेरी गलियों से तेरा गुजरना कोई तो बात है
मुझे आज भी याद वो पहली मुलाकात हैवो खाली खत वो लाल गुलाब
कुछ तो जरूर होंगे तेरे ख्वाब
खत था खाली पर था उसमे प्यार भरा
हसरतो भरा था संसार तेरा
कैद हो चूका था मैं तेरे प्यार में
गुजरती थी सुबह और शाम उन्ही गलियों में मेरी
सिर्फ और सिर्फ तेरे इन्तजार में
हर सांस पे लिख चुका था नाम तेरा
धड़कन करती थी ऐतबार तेरारात कटती थी तन्हाई में मेरी
और तेरी यादों के सहारे ही हो जाता था सवेरा
बंद क्या हुआ तेरा मेरी गलियों से गुजरना
धीमी पड़ी धड़कन
शुरू हुआ आँखों का झरना
ढूँढा तुझे सारे जहाँ में
पर तू न जाने कहाँ खो गई
पता चला की तू अब
किसी और की हो गई।
हम भी सुनकर मुस्कुराने लगे
हंसने लगे और गाने लगे
सोचा की गम में दर्द दिल में रहता है
और उसी दिल में तू बसता है....... ....... .... और उसी दिल में तू बसता है
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