बेवफाई
मेंरे दिल के पन्नो पे तस्वीर तेरी है
जो मिट गई हथेली से
वो लकीर मेरी है
कभी तंग करते थे तुम हमको
कभी तंग करते थे हम तुमको
अब तंग करते हो तुम हमको
हम कह ना सके कुछ तुमको
वो फूल तेरे बगिया का
घर मेरे जो रखा है
उस फूल से मेरे घर का
हर कोना महका है
पर मेरे दिल के कोने में
तेरी ही खुशबू है
उस रात की यादें है
सारी मुलाकाते है
वफ़ा मेरी तुझको
एक बार बुलाती है
तेरी बेवफाई के
किस्से सुनाती है
की होकर बेवफा यूँ
दिल जो मेरा तोड़ा है
बर्बादी की राह पर मुझको ला छोड़ा है
तूं बेवफा है तो क्या हुआ
यूँ खंजर प्यार का चला दिया
और प्यार करने वालो का नाम
सारे जग में हंसा दिया।
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