मैं और वो |
हमारे वास्तविक जीवन में कई घटनाये ऐसी होती है जो अपनी छाप हमारे जीवन में छोड़ जाती है और कुछ ऐसी होती है जो हमारी दिशा ही बदल देती है। अक्सर इस बदलाव का कारण कोई और होता है और जब बदलाव का कारण कोई लड़की होती है तो उसे हम वो से सम्बोधित करते है।
main aur wo |
इन्ही सारी कश्मकश के बीच कुछ रूहानी यादें रह जाती है और कहानी शुरू होती है , इन कहानियो में अक्सर ही दो पात्र प्रमुख होते है एक मैं और एक वो यानी " मैं और वो "
जल्द ही इस ब्लॉग पे " मैं और वो " नामक एक नई कहानी सीरीज शुरू होने जा रही है । आप भी अपनी रचनाये मैं और वो सीरीज में भेज सकते है। सोमवार को इस सीरीज की पहली कहानी प्रकाशित होगी. उम्मीद है आप सब को अवश्य पसंद आएगी अपनी प्रतिक्रियाएं इस सीरीज और ब्लॉग के प्रति अवश्य दे। आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है।
रायजी
मजेदार -
#वैलेंटाइन दिवस के पटाखे
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