आखिर कब तक ?
जुमलों के सरकार कुछ तो जुमला बोल दो
मर रहे है वीर सैनिक
अब तो जुमला छोड़ दो
56 इंच में गैस भरा है
या भरी है दूध मलाई
हम कैसे अब सब्र करे जब
सीमा पर मर रहा है भाई
मिल लो गले नापाक के अबजिसने आँख निकाली है
कुछ तो बतला दो झांक के अब
सीने में कितनी बेशर्मी डाली है
कैसे कायर हो तुम, कैसे ना कहे तुम्हे निकम्मा
टुकड़ो में बेटे को पाकर क्या कहेगी तुमको उसकी अम्मा
नहीं चाहिए ऐसा नेता
ना मांगे भारत माँ ऐसा बेटा
जो जुमलों से सरकार चलाये
और मौका पड़ते ही पीठ दिखाए
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