करणी सेना - karani sena
महाराणा |
अगर इतिहास मे झाँका जाए तो राजपूत एक बहदुर कौम के तौर पे जानी जाती है वर्ण व्यवस्था मे जहा छत्रियो की उतपत्ति ब्रम्हा जी के भुजाओ से हुई है जो की समाज की रक्षा के लिये समय आने पर हथियार उठाये खड़ा रहता है , बाद के भी कई ग्रंथो मे भी उल्लेख है की असुरो से रक्षा के लिये भगवान से ऋषियो की प्रार्थना पर हवन कुण्ड से इनकी उत्पत्ती हुई , इतिहास मे पृथ्वीराज चौहान , महाराणा प्रताप , राणा सांगा जैसे अनेक उदाहरण पड़े हुए है . जिन्होने अपनी वीरता से राजपुतो का नाम शीर्ष तक पहुचाया .
करणी सेना |
राजशाही खत्म हुए सालो हो गये अब तो प्रजातंत्र है पर कल भी हमारी मानसिक कमजोरी का लाभ दूसरे उठाते रहे और आज भी सत्ता के लालची अपने .. समय के साथ और कुछ हद तक हमारे राजनीतिज्ञों के कारण हर समाज मे हर जाती मे संघठन बनते गये जो की स्वयं के हितो के लिये अलग अलग राजनीतिक पार्टीयो को समर्थन देते रहे है इनकी संख्याबल और समाज पर इनकी पकड ही इनकी प्रमुख ताकत होती है. समाज और समुदाय पर अपनी पकड बनाये रखने के लिये ए अक्सर ऐसे मुद्दो को हवा देते है जो उनकी भावनाओ से जुड़ी हो , करणी सेना बहुत दिनो से अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड रही है. हालांकि देश के चौदह राज्यो मे इनके संगठन है
. वर्तमान मे पद्मावती के रूप मे इन्हे एक ऐसा मुद्दा दिखाई दिया जिससे ए अपनी राजनीतिक विरासत चमका सकते थे . इस कारण इन्होने इस फिल्म को राजपूत अस्मिता पर खतरा बताकर इसका विरोध करना प्रारंभ कर दिया और धीरे धीरे ये सुर्खियो मे आने लगे . इसको देखते हुए इन्होने पूरे देश मे इसके विरोध की रणनीति बना ली और सडको पे उतर आये , फिल्म के रीलीज़ होने पर पाया गया की उसमे राजपुतो से सम्बंधित किसी प्रकार का उनकी भावनाओ को ठेस पहुचने वाला दृश्य नही है . फिर भी उनका विरोध जारी है और हमारी सरकार उनके आगे नतमस्तक है…आखिर क्यो…..
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