जाने तू या जाने ना jane tu ya jane na -
कब मैंने कहा था की मुझे तुझपे ऐतबार नहीं
इन छोटी छोटी बातों में प्यार नहीं
कही अफसाना न बन जाये अपनी कहानी
कही तू मत कह देना की तुझे मुझसे प्यार नहीं
वो भीगते हुए तेरे दीदार की चाहत
वो तेरी मुस्कुराहटो में ढूंढती हंसी अपनी
वो इन्तजार में बैचेन निगाहें
जाने तू या जाने ना
काश कभी जिंदगी में वो मुकाम आता
की बताते तुझे अपने दिल का हाल
काश की तू इतना न भाता
की बदली न होती अपनी चाल
काश की इन धड़कनो में तू न समाता
की हर तरफ तू ही नजर आता
इश्क़ हो गया है तुझसे
माने तू या माने ना
अधूरी सी लगती है जिंदगी अब तेरे बिन
जाने तू या जाने ना