तूँ और मैं


नहीं था तूँ
तो मैं मैं था
था तूँ तो मैं तुमसा
बना जब तुमसा
मैं तूँ पर तूं ना मेरा
तूँ भी वो तूँ ना रहा
मैं बना जिस तूँ जैसा
मैं अब मैं जैसा
तूँ अब ना जाने कैसा
तूँ बना जैसा
रंग जिसमे चढ़े ना ऐसा
क्या तूँ - क्या मैं
लगन ऐसी थी उतरन वैसी
मैं अब आईने जैसा
तूँ एक मुखौटे जैसा
मैं अब ना तुझसा
तूँ ना अब मुझसा



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